आज शिक्षा जगत में खेल अनिवार्य विषय हैं सभी विद्यार्थियों को खेल विषय का ज्ञान प्राप्त करना आवश्य हैं । क्योंकि Sound Mind is a sound Body सभी छोटे - बड़े विद्यार्थी खेलो के प्रति प्रोत्साहित रहते हैं खेलो से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता हैं । विशेष पूर्व प्राथमिक नर्सरी से कक्षा 2 तक के विद्यार्थियों को तो खेल खिलोनों , उपकरणों आदि के द्वारा ही शिक्षण सरस , प्रभावी और आसानी से सीखाया जा सकता हैं। विद्यालय में सभी प्रमुख खेलो के उपकरण उपलब्ध हैं। विद्यालय में क्रिकेट , वॉली - वॉल, हॉकी, वैडमिन्टन, गोला, भाला आदि उपलब्ध हैं। विशाल खेल मैदान भी उपलब्ध हैं।
विद्यालय में 5 हजार पुस्तकों ( विषयों एवं सामान्य ज्ञान ) का पुस्तकालय व्यवस्थित चल रहा हैं। विद्यार्थी और शिक्षक पुस्तकालय से पूर्ण रूप से लाभान्वित होते हैं। अतिरिक्त या खाली घण्टे में पुस्तकालय में छात्रों को पढ़ने की सुविधा हैं।
ग्रीष्मकालीन समय - प्रातः 7:30 बजे से 1:30 बजे तक ।
शीतकालीन समय - प्रातः 9: 15 से 3:15 बजे तक ।
विद्यालय में सुव्यवस्थित प्रभावी तथा प्रमाणिकता के साथ शिक्षण एवं शिक्षणेत्तर कार्यक्रम होना आवश्यक होता हैं। इसके लिए शासन तथा प्रबन्ध समिति से तालमेल बैठाकर विद्यालय का सुचारू सुन्दर संचालन आवश्यक रहता हैं। इसी के लिए विद्यालय समस्त गतिविधि, तथा शिक्षा विभाग द्वारा निर्देशित सूचनाओं नियम निर्देशों का वार्षिक योजना में सामन्जस्य बनाते हुए सत्रारम्भ से 1 अप्रैल से सत्रान्त 31 मार्च तक के सभी कार्यक्रम शिक्षण कार्य प्रतियोगिताएं परीक्षायें आदि समय से पूर्ण करना वार्षिक योजना में निहित होता हैं।
आज का वर्तमान विद्यार्थी आने वाले (कल ) भविष्य का निर्माता हैं । श्रेष्ठ होनहार देशभक्त, कर्तव्य परायण युवा ही देश की दशा और दिशा को प्रगति और ख्याति के मार्ग पर ले जा सकते हैं। अतः वर्तमान में नई युवा पीड़ी के विद्यार्थियों का मार्ग दर्शन के साथ इनमें नेतृत्व करने की क्षमता तथा अपने दायित्वों को पूर्ण करने का सही सकारत्मक दिशा वोध होना आज की आवश्यकता हैं और इसी कार्य के लिए प्रतिवर्ष प्रत्येक कक्षा से मेधावी, कुशल छात्रों का चयन करके उनका नेतृत्व क्षमता विकास कैम्प लीडर शिप ट्रेंनिग कैम्प लगाया जाता हैं। ऐसे इन छात्रों द्वारा समय - समय विद्यालय कार्य क्रमों में पूर्ण योगदान रहता हैं।
विद्यालय के सभी विद्यार्थियो का सत्र के प्रारम्भ में योग्य चिकित्सको के माध्यम से स्वास्थ परीक्षण किया जाता है। विभिन्न सामान्य एवं संक्रमाक रोगों के वारे में सावधानी रखने सम्बन्धी जानकारी दी जाती है। इसी के साथ समय - समय पर विद्यार्थीयो के लिए प्राथमिक चिकित्सा सूविधा भी उपलब्ध रहती है।
राष्ट्रिय नई शिक्षा नीति के आधार पर निर्देशित बिन्दुओं के आधार पर शिक्षको के समग्र विकास के लिए तथा शिक्षण कौशल को प्रभावी बनाने के लिए शिक्षक / शिक्षिकाओं को एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसमे विषय- विशेषज्ञो के द्वारा प्रत्यक्ष मार्गदर्शन व व्यवहारिक कक्षा शिक्षण की नई - नई विधाओं को सिखाया जाता है।